Tuesday, April 21, 2015

राधिका की चाहत बस इतनी ही थी





कलम से____

जिन्दगी के जिस मोड़ पर मिलना था
उस मोड़ पर मिल जाते तो अच्छा था
तुम मेरे और मैं तेरी हो जाती तो अच्छा था

राधिका की चाहत बस इतनी ही थी
उसे पूरा कर जाते तो अच्छा था.....

©सुरेंद्रपालसिंह 2015

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