Monday, September 8, 2014

इन खंडहरों में बहुत कुछ छिपा रखा है ।

कलम से_____

इन खंडहरों में बहुत कुछ छिपा रखा है
न जाने कितने लोग आ चुके हैं
और अभी न जाने कितने आएगें..........

//सुरेन्द्रपालसिंह//

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