Friday, July 25, 2014

मन बहुत करता है ____

कलम से _ _ _ _


मन बहुत करता है ____
घर से निकल बाहर जाने को ।

मन बहुत करता है ____
बचपन में लौट जाने को।

मन बहुत करता है ____
पंक्षी बन आकाश में उडने को।

मन बहुत करता है ____
चांद तारों से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
बादलों सा बरसने को।

मन बहुत करता है ____
तनहाई में उनसे मिलने को।

मन बहुत करता है ____
गेसुओं से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
फूल एक गेशूओं में टांकने को।

मन बहुत करता है ____
रूठे हुओं को मनाने को।

मन बहुत करता है ____
रोते हुए को हंसाने को।

मन बहुत करता है ____
दूर बहुत दूर चले जाने को।

मन बहुत करता है ____

//surendrapal singh//

07262014

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2 comments:

  1. मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे
    जैसे उड़ी जहाज को पंछी,पुनि जहाज पर आवे. जैसी बहुत सुन्दर प्रस्तुति

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    1. आपने सही कैच किया। मन में यही भाव पनपा था जब यह रचना गाढी गई।
      ह्रदय से आभार।

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